नमस्ते, मेरा नाम राधा है।
मैं अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहती था।
कल हो ना हो फिल्म में आपको शाह रुख खान का किरदार तो याद होगा। इस किरदार का नाम अमन होता हैं और फिल्म में इसकी ह्रदय रोग से कम उम्र में मृत्यु हो जाती हैं। लेकिन, इसके इलाज के लिए वह अच्छी डॉक्टर और बेहतरीन सेवाओं का इस्तेमाल करता हैं।
इससे हमे यह सीख मिलती हैं।
स्वस्थ से जुडी समस्याएं बताकर नहीं आती हैं। इनके लिए आर्थिक रूप से तैयार रहना ज़रूरी हैं। यदि आप इसके लिए उपयुक्त बीमा खरीदती हैं तो आप जरूरत पड़ने पर सबसे अच्छा उपचार प्राप्त कर सकती हैं।
इस फिल्म में राजेश खन्ना के किरदार के पास अपनी विकलांगता के लिए कोई बीमा योजना नहीं होती। जब वह एक सड़क दुर्घटना में विकलांग बन जाता हैं तब उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। उसके बेटे भी उसका ख़याल रखने से मना कर देते हैं। वह काफी मशक्कत और तकलीफों से गुज़र कर अपना और अपनी पत्नी का पेट पालता हैं।
इससे हमे यह सीख मिलती हैं।
आपको ऐसी बीमा योजना चुननी चाहिए जो आपकी दुर्घटना और विकलांगता पर आर्थिक मदद दे। हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की हम जवानी में काम करते समय ही अपने बुढ़ापे के लिए पैसे इकट्ठा कर लें।
इस फिल्म में राजू नाम का किरदार बहुत गरीब होता है। एक द्रिश्य में उसके परिवार की गरीबी दिखाई जाती हैं। इसमें उसके पिता को पैरालिसिस हुआ होता हैं और उन्हें नियमित चिकित्सा की ज़रुरत पड़ती हैं। इस ज़रुरत को पूरा करने के लिए उनकी सारी बचत ख़त्म हो जाती है। इसी वजह से राजू की माँ परेशान रहा करती हैं।
इससे हमें यह सीख मिलती हैं।
स्वस्थ्य बिमा लेने से आप खुद को और अपने परिवार को गरीबी के चंगुल में फंसने से बचा सकती हैं। इससे आपको स्वस्थ्य से जुडी आपातकालीन स्थिति में आर्थिक सुरक्षा मिल सकती हैं।