किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा धन का प्रबंधन किया जाना जिससे दिन प्रतिदिन के कार्य सही से चल सके – इस पैसे के प्रभंदन को वित्त कहा जाता है।
व्यक्तिगत वित्त एक ऐसा शब्द है जो आपके पैसे को प्रबंधित करने के साथ -साथ बचत और निवेश को भी कवर करता है। इसमें बजट, बैंकिंग, बीमा, निवेश और सेवानिवृत्ति, कर और संपत्ति योजना शामिल है।
व्यक्तिगत वित्त का एक सरल उदाहरण है की आप हर महीने तन्खा से टैक्स कटाते है और बचत अलग रखते है जिससे पहले ही कम पैसे हाथ में हो और बचत ज़्यादा से ज़्यादा हो सके