“एक बंधक एक प्रकार का क़र्ज़ है जिसका उपयोग किसी अन्य परिसंपत्ति जैसे कि भूमि, सोना आदि खरीदने के लिए किया जाता है। संपत्ति का उपयोग क़र्ज़ लेने के लिए करना जिसका मतलब है कि यदि उधारकर्ता कर्ज़ा चुकाने में विफल रहता है, तो क़र्ज़ देने वाला सम्पति पर कब्जा कर सकता है।”
कल्पना कीजिए कि राहुल चला जाता है और एक घड़ी खरीदता है और इसकी लागत 4000 है। वह अपने दोस्त से पूछता है कि वह घड़ी खरीदने के लिए उसे 4000 उधार दे। इस मामले में मित्र राहुल को एक तय समय के भीतर राशि चुकाने में असफल हो तो वह उससे अपनी घड़ी अपने दोस्त को सौपनी होगी ।