यह वह पड़ाव है जब आपको अपने पैसे निकालने और खर्च करने कि ज़रुरत पड़ेगी।
अब आप यह सोच रही होंगी कि इसे अभी से जानने कि क्यों ज़रुरत है। तो आप इसे यह जान सकती है कि आपको बुढ़ापे में पैसे निकालने में कोई तकलीफ नहीं होगी और न ही आपको किसी पर निर्भर रहना पड़ेगा।
मान लीजिये कि आप रिटायर हो चुकी हैं और बुढ़ापे में आपको आपके जुटाए हुए पैसे खर्च करने हैं। आपको यह पैसे पूरी सावधानी से इस्तेमाल करने होंगे क्यूंकि आपकी अभी कोई आय नहीं है।
रिटायर होने पर ही आप जुटाए हुए पैसे निकाल सकते हैं।
इस दौरान आपको ध्यान रखना है कि अनावश्यक चीज़ों पर अपने पैसों को बिलकुल खर्च न करें। अपने पैसों का संभाल के इस्तेमाल करें।
अपने खर्च में आये बदलाव को समझें और उस किसाब से पैसे निकालें।
4% वाले नीयम को हुमेशा ध्यान रखें और उसी हिसाब से खर्च करें।
हर वर्ष सिर्फ 2% ज़्यादा ही पैसे निकालें। इससे महंगाई में खर्च संभाला जा सकेगा।