अपनी क़र्ज़ राशि को एक अलग बैंक खाते में रखें: आपको आपकी क़र्ज़ राशि कैसे, कितनी और कहाँ खर्च हो रही है इसका ज्ञान रहना चाहिए। यह करने में आपको आसानी होगी अगर आपकी क़र्ज़ राशि अलग बैंक खाते में राखी हो तो। इससे आपको किसी भी छूट या सब्सिडी से क्या लाभ होगा यह भी आंकलन करने में सुविधा होगी।
अपनी ईएमआई किश्त भरने के कार्य को ऑटोमेट यानी बिना खुद किये होने दें: ईएमआई किश्त का भरना अपने आप समय पर हो जाए तो देरी होने की संभावना नहीं रहेगी। यह आप तब आसानी से कर पाएंगी जब आपकी आमदनी स्थिर और नियामत हो।
घर के अंदर के काम को सोचकर चुनें और करवाएं: आपका होम लोन 30 वर्ष तक का हो सकता है। इस दौरान उसे जल्द से जल्द चुकता करने के लिए पैसे बचाएं। घर पर महंगे उपकरण या फर्नीचर लगाने से अच्छा सोलर पैनल और कम बिजली खर्च करने वाले उपकरण लें। इससे आपका बिजली बिल भी घटेगा और आप क़र्ज़ भी समय से पहले चुका पाएंगी।
आपने क़र्ज़ की किश्त को हर साल बढ़ाएं: क़र्ज़ जल्द से जल्द चुकता करने से आपको कम ब्याज राशि भरनी पड़ेगी। इसलिए अपने क़र्ज़ को सस्ता करने के लिए हर साल अपनी किश्त को बढ़ाएं। हमेशा होम लोन को जितना हो सके उतनी जल्दी चुकता कर दें।
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