एक बार आपको अपनी निवेश जोखिम क्षमता और विभिन्न योजनाओं में जोखिम स्तर के बारे में पता चल जाता है, तो उसके बाद आप म्यूच्यूअल फण्ड चुनने की क्रिया में आगे बढ़ सकती हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना है की म्यूच्यूअल फण्ड निवेश तभी कारगर होंगे अगर वह किसी आर्थिक लक्ष्य के लिए हों।
तो, एक नयी स्कूटर खरीदने के लिए आप कहाँ निवेश करेंगी?
ज़ाहिर है, की आप इस छोटे समय के भीतर हासिल करने वाले लक्ष्य के लिए किसी कम जोखिम वाले निवेश को चुनेंगी।
यह इसलिए, क्योंकि आपको जल्द ही अपने निवेशों को पैसों में बदलना पड़ेगा। ऐसा करने पर ही आप इनसे अपनी स्कूटर खरीद पाएंगी।
लक्ष्य-आधारित निवेश के लिए म्यूचुअल फंड उपयुक्त हैं। यह जानने के लिए पढ़ते रहें कि कौन से म्यूचुअल फंड विशिष्ट लक्ष्यों के लिए उपयुक्त हैं।
आपातकालीन स्थिति के लिए निवेश – लिक्विड फण्ड
आपातकालीन स्थितियों के लिए म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना, बचत खाते में पैसे रखने के सामान होता है। यह आप लिक्विड फण्ड में निवेश करके कर सकती हैं। आप, अपने लिक्विड फण्ड निवेश से कभी भी पैसे निकाल सकती हैं। इसलिए, इसे आपातकालीन स्थितियों में निवेश करने के लिए कारगर माना जाता है।
आय कर लाभ के लिए – ELSS
सेक्शन 80C के अनुसार आप हर वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च तक) में अपनी आय से ₹15 लाख, आय कर में गिनने से बचा सकती हैं। इसके लिए कुछ निवेश उपलब्ध हैं। इनमे से एक म्यूच्यूअल फण्ड निवेश योजना है ईएलएसएस(इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम)।
इसमें आपको 3 वर्षों के निवेश काल को पूरा करना पड़ेगा। निवेश काल के पूरा होने तक आपके पैसे फंसे रहेंगे।
दीर्ध काल आर्थिक लक्ष्य, जैसे रिटायरमेंट प्लैनिंग – हाइब्रिड या इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स
शेयर बाजार निवेश आपको लम्बे समय में अधिक निवेश लाभ देने की क्षमता रखते हैं। इससे मिलने वाले निवेश लाभ की क्षमता, डेब्ट फण्ड द्वारा मिलने वाले निवेश लाभ से अधिक होती है।
मध्य-काल आर्थिक लक्ष्य जैसे बच्चों की अच्छा शिक्षा – सोलुशन ओरिएंटेड म्यूच्यूअल फण्ड
आपके जीवन में कुछ मध्य काल आर्थिक लक्ष्य भी होते हैं – जैसे, आपके बच्चों की अच्छा शिक्षा इत्यादि। इनके लिए, डेब्ट इन स्थिरता और शेयर बाजार की लाभ क्षमता को जोड़ना बेहतर रहेगा। ऐसा करने के लिए आप सोलुशन ओरिएंटेड म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकती हैं।
रिटायरमेंट के बाद स्थिर आमदनी पाने के लिए – लिक्विड फण्ड और अल्ट्रा शार्ट डेब्ट फण्ड
आपके बुढ़ापे में, यानि रिटायरमेंट के बाद, आपकी जुटाई गई निवेश राशि ही आपकी आमदनी का जरिया होती है। इन्हे, कम समय में नोट सिक्कों में बदलना ज़रूरी होता है। इसके लिए आप अपनी जमा रिटायरमेंट राशि से कुछ पैसे आप अल्ट्रा शार्ट डेब्ट फण्ड में रख सकती हैं। इनमे आपको 11 महीनो के लिए अपने पैसों को रखना पड़ता है। आप अपने कुछ पैसे लिक्विड फण्ड में भी रख सकती हैं। आपातकालीन स्थिति में ज़रुरत पड़ने पर कभी भी आप इनसे पैसे निकाल सकती हैं।
आइए हम विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंडों के बारे में अब तक जो कुछ भी सीख चुके हैं उसका पुनर्कथन करें
म्यूच्यूअल फण्ड, आर्थिक लक्ष्यों के लिए नियमित निवेश करने में आपकी मदद करते हैं।
लघु-काल निवेशों के लिए डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड बेहतर हों सकते हैं।
दीर्ध-काल निवेशों के लिए आप शेयर बाजार से जुड़े म्यूच्यूअल फण्ड चुन सकती हैं।
लिक्विड म्यूच्यूअल फण्ड निवेश कभी भी, किसी भी समय निकाले जा सकते हैं। इसलिए वे आपातकालीन स्थितियों के लिए बेहतर होते हैं।