अलग अलग बैंकों में फिक्स्ड डिपाजिट पर विभिन्न ब्याज दरें उपलब्ध हो सकती हैं। इसलिए, पहले इन्हे जाने, इनकी तुलना करें और सुरक्षित/नामी बैंक द्वारा अधिक ब्याज दर को ही चुनें।
अगर कोई NBFC चल रहे ब्याज दर से कई ज़्यादा ब्याज देने का दावा कर रही है, तो इसमें आपको धोखे का सामना करना पड़ सकता है। अधिक ब्याज के लालच में आकर धोखे वाले योजनाओं में निवेश करने से बचें।
फिक्स्ड डिपाजिट में कई प्रकार के निवेश काल उपलब्ध हैं। ज़रूरी यह है की आप अपना निवेश काल ध्यान से चुनें। सारे पैसों को लम्बे निवेश काल में डालने से आपातकालीन स्थितियों में पैसों की कमी पड़ सकती है। इसलिए अगर आप केवल फिक्स्ड डिपाजिट में ही निवेश कर रही हैं तो अलग अलग निवेश कालों के बारे में सोचें और फिर ही चुनें।
चाहे कोई भी निवेश हो, आपको अपनी सारी बचत को इनमे नहीं डालना चाहिए। इनसे निवेश काल पूरा होने से पहले पैसे निकालना मुश्किल हो सकता है। न तो समय पर आप निवेश-काल से पहले पैसे निकाल पाएंगी और न ही पूरा लाभ पा पाएंगी। इसपर आपको दंड राशि या पेनल्टी भरनी पड़ेगी। इसलिए, कुछ पैसे हमेंशा अपने बचत खाते में रखना ज़रूरी है।
निवेश काल के पूरा होने से पहले खाता बंद करवाने को प्रीमैच्योर विथड्रावल कहते हैं। निवेशों में यह करने की अधिकतर अनुमति नहीं मिलती है। कई स्थितियों में अनुमति होने पर दंड राशि या पेनल्टी भरनी पड़ सकती है। इसलिए, इस बात का ध्यान रखें और कोशिश करें की आपको निवेश काल पूरा होने से पहले पैसे नहीं निकालने पड़ें।
इस बात का ध्यान रखें, की जो भी ब्याज दर आप देखते हैं, वह वार्षिक होती है। उदाहरण के तौर पर, अगर ब्याज 4% है, और आपने केवल 3 महीनों के लिए निवेश किया है, तो आपको उतने काल के लिए शायद 1% ही ब्याज मिलेगा।
किसी भी स्थिर निवेश लाभ देने वाले निवेश साधन में लिखे हुई ब्याज दर को पाने के लिए पूरे साल निवेश में पैसे रखना ज़रूरी होता है। इसलिए, निवेश करते समय, मिलने वाली ब्याज राशि के बारे में जान लें। आप अपनी ब्याज रकम को जानने के लिए हमारे फिक्स्ड डिपाजिट कैलकुलेटर की सहायता ले सकती हैं।