आप आपातकालीन स्थिति में आर्थिक सुरक्षा पाने के लिए पैसे जमा कर सकती हैं। इस जमा पैसे को इमरजेंसी कार्पस कहते हैं।
आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आपको हर महीने, अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा बचाकर अलग से जमा करना चाहिए।इसी तरह हर महीने पैसे जमा कर हमें अपनी सालाना आमदनी का कुछ हिस्सा हमेंशा आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अलग रखना चाहिए।
निवेश करने से निवेश को तोड़ने और पैसों में बदलने में देरी लग सकती है। इससे आपको पैसे मिलने का इंतज़ार करना पड़ सकता है। बेहतर होगा अगर आप इस जमा हिस्से को एक अलग बैंक खाते में रखें। इससे आपको किसी भी आर्थिक आपदा में पैसों को निकालने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आपकी सालाना आमदनी में से 7 से 10 महीनों की आपकी तनख्वा आपके पास आपके बैंक खाते में रहनी चाहिए। यह आप धीरे धीरे जमा कर सकती हैं।
एक मज़बूत इमरजेंसी कार्पस के होने से आपको आर्थिक आपदाओं में सुरक्षा महसूस होगी। इससे चाहे कोई भी आपातकालीन स्थिति आए, आप अपने आर्थिक लक्ष्यों से दूर नहीं होंगी और सामान्य जीवन, बिना कटौती के जी सकेंगी।
अगर आपने इसका कुछ हिस्सा किसी आपदा में खर्च कर लिया है तो चिंता न करें। इन पैसों को अपनी अगले महीनों की आमदनी से दुबारा जमा कर अपने बैंक खाते में डालें।