निचे दिए हुए उदाहरण को ध्यान से समझें:
राधा का 30 वर्ष की उम्र में निवेश शुरू करना। | राधा का 35 वर्ष की उम्र में निवेश शुरू करना। | |
मासिक निवेश राशि (₹ में) | 2000 | 2000 |
मासिक आमदनी (₹ में) | 12000 | 12000 |
कौनसा निवेश किया? | बैंक RD | बैंक RD |
रिटर्न्स (% में) | 5 | 5 |
40 वर्ष की उम्र में निवेश मूल्य (₹ में) | 3.12 लाख | 1.74 लाख |
ऊपर दिए गए उदाहरण से यह पता चलता है। आप जितनी देरी से निवेश करना शुरू करेंगी, उतना ही कम आपका निवेश मूल्य होगा।
अब आप यह सोच रहे होंगे की राधा तो फिर भी ₹3.12 लाख का मूल्य 45 वर्ष की उम्र में इकठ्ठा कर सकती है।
लेकिन, इस बात पर गौर करना चाहिए की आपको एक उम्र तक ही नियमित आमदनी मिलेगी।
शायद 60 वर्ष की उम्र के बाद आप पहले जितना काम नहीं कर पाएंगी, शायद आप कोई नौकरी कर रही हों, तो ऐसे में आपको रिटायर होना पड़ेगा। उम्र बढ़ने पर आपको बारीक सिलाई, और देर तक बैठकर काम करना या कड़ी मशक्कत से भी परहेज़ करना पड़ सकता है।
ऐसे में आपकी आमदनी नियमित नहीं होगी।
आइए अब इस उदाहरण को समझते हैं:
राधा का 30 वर्ष की उम्र में निवेश शुरू करना। | राधा का 35 वर्ष की उम्र में निवेश शुरू करना। | |
मासिक निवेश राशि (₹ में) | 2000 | 2000 |
मासिक आमदनी (₹ में) | 12000 | 12000 |
कौनसा निवेश किया? | बैंक RD | बैंक RD |
रिटर्न्स (% में) | 5 | 5 |
40 वर्ष की उम्र में निवेश मूल्य (₹ में) | 16.71 लाख | 11.96 लाख |