विद्या लक्ष्मी पोर्टल

विद्या लक्ष्मी पोर्टल के कुछ लाभ

  • ऋण विकल्पों की तुलना करना

 

  • अनेक बैंकों को ऋण आवेदन भेजना

 

  • एक साइन-अप प्रक्रिया

 

  • पूर्णतः ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

 

  • सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक उपलब्ध हैं

 विद्या लक्ष्मी पोर्टल के कुछ लाभ
ऋण के लिए आवेदन कैसे करें?

ऋण के लिए आवेदन कैसे करें?

निचे दिए गए निर्देशों का पालन करें। 

  • जिस विद्यार्थी के लिए क़र्ज़ आवेदन करना है उसे इस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।आप इस लिंक पर क्लिक कर विद्या लक्ष्मी वेबसाइट पर जा सकते हैं

 

  • दिए गए आवेदन पत्र को ठीक ठीक भरें। 

 

  • अब, बैंक का नाम और क़र्ज़ राशि को चुनें। (विद्या लक्ष्मी पोर्टल द्वारा आप किसी भी बैंक में आवेदन जमा कर सकती हैं।)

एजुकेशन या पढ़ाई लिखाई के लिए क़र्ज़ लेते समय इन बातों का ध्यान रखें।

एजुकेशन या पढ़ाई लिखाई के लिए क़र्ज़ लेते समय इन बातों का ध्यान रखें।

न्यूनतम दर

न्यूनतम दर

भारतीय बैंकों द्वारा प्रस्तावित दो आधार दर प्रकार हैं बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (बीपीएलआर) और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर)। एमसीएलआर के आधार पर ऋण प्राप्त करें, क्योंकि कम ब्याज भुगतान के कारण इसे चुकाना आसान होता है।

ब्याज दर

ब्याज दर

जितनी कम ब्याज दर हो उतना अच्छा। काम ब्याज दर होने से ब्याज की राशि कम होगी और उसे लौटाना आसान होगा। मुमकिन हो तो फ्लैट या घटती ब्याज दर को चुनें।

क़र्ज़ के लिए योग्यता

क़र्ज़ के लिए योग्यता

कुछ क़र्ज़ केवल परीक्षा में बेहतरीन अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ही मिल सकते हैं। इस श्रेणी में उनके अब तक के पढ़ाई और पाठशाला व्यवहार का भी आंकलन किया जाता है। इसलिए बेहतर यह होगा की किसी भी क़र्ज़ का आवेदन भरने से पहले उसकी योग्यता सूचि को ध्यान से पढ़ें।

क़र्ज़ लौटाने की अवधि

क़र्ज़ लौटाने की अवधि

ऋण वापसी की अवधि के लिए लम्बी अवधि चुनने से आपको उसे लौटाने में आसानी हो सकती है। इससे आपकी मासिक किश्त भी अपने आप कम हो जाती है।

क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर

अगर आपका अब तक का विश्वस्तता की परख अच्छा नहीं रहा है तो आपका क्रेडिट स्कोर कम आएगा। इससे आपको क़र्ज़ मिलने में दिक्कत हो सकती है और आपको संपार्श्विक यानी संपत्ति गिरवी रखनी पड़ सकती है।

क्या आप जानती हैं?

रीपेमेंट हॉलीडेज या किश्त छुट्टियां इस समय को कहते हैं जब क़र्ज़ मिलने के बाद उतने समय तक आपको किश्त नहीं भरनी पड़ती है। लेकिन यह समय आपके लिए मुफ्त नहीं होता। इस समय का ब्याज आपकी क़र्ज़ रकम के साथ जुड़कर उसे बढ़ा देता है।

आप इस जुड़े हुए ब्याज से सरकारी सब्सिडी/ सब्सिडी की दर के द्वारा छूट ले सकती हैं। यह सब्सिडी आपको रीपेमेंट हॉलीडेज के दौरान जमा हुए ब्याज पर छूट देती है।

जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।

आइये जाने इस सब्सिडी के लिए कौन योग्य है?

 

1. इस सब्सिडी के वह योग्य हैं जिनकी सालाना पारिवारिक आमदनी ₹4.5 लाख से कम है। इस सालाना वेतन सीमा का प्रमाण देने के लिए आप इन दस्तावेज़ों को बैंक में जमा कर सकती हैं।

  • आईटीआर (ITR)

 

  • फार्म 16

 

  • बैंक खाते के ऑडिट दस्तावेज़

 

  • राज्य सरकार अधिकारी द्वारा दिया गया आय प्रमाणपत्र

 

  • केंद्र शासित प्रदेश द्वारा प्रमाणपत्र भी इस आवेदन के लिए योग्य माना जाएगा

 

2. यह सारे दस्तावेज़ जमा करने और उनकी पुष्टि के बाद आपका चुना हुआ बैंक आपके क़र्ज़ पर सब्सिडी की राशि का लाभ आपको देगा। यह ज़िम्मेदारी आपके बैंक की ही है। यह राशि मानव संसाधन मंत्रालय से आपके खाते में जमा हो जायेगी।

 

3. इसके लिए आपको अपने बैंक को एक ईमेल या पत्र लिखना पड़ेगा।

अपने एजुकेशन लोन को जल्दी चुकाने का तरीका जानने के लिए पढ़ते रहें

अगला अध्याय