पैसे उधार कहाँ से लिए जा सकते हैं?

क्या मुझे उन लोगों से उधार लेना चाहिए जिन्हें मैं जानती हूँ, मेरे रिश्तेदार? या बैंक जैसी संस्था से?

उधार के स्त्रोत विनियमित और अविनियमित प्रकार के होते हैं

विनियमित यानी रेगुलेटेड स्त्रोत विनियमित यानी रेगुलेटेड स्त्रोत
कमर्शियल बैंक साहूकार
सहकारी बैंक जमींदार वित्त्यिया बिचौलिये
पेमेंट बैंक छोटे देसी बैंक्स
पाथपेड़ी या माइक्रो फाइनेंस संस्थाएं परिवार/ मित्र/ रिश्तेदार इत्यादि
एनबीएफसी गैर बैंकिंग
फाइनेंसियल संस्थाएं

ज़रूरी टिप

विनियमित स्त्रोत भारतीय रिजर्व बैंक यानी रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के अंतर्गत आते हैं और उन्हें एक सामान नियमों का पालन करना पड़ता है। जबकि अविनियमित स्त्रोत खुद ही ब्याज और क़र्ज़ अवधि से जुड़े अपने नियम बनाते हैं। इसलिए हमे विनियमित उधार स्त्रोतों को ही चुनना चाहिए।

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    इससे हमें यह सीख मिलती है

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    पैसे उधार लेने के लिए विनियमित और अविनियमित प्रकार के स्त्रोत होते हैं।

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    विनियमित स्त्रोत, अविनियमित स्त्रोतों की तुलना में भरोसेमंद, सुरक्षित होते हैं। और यह अविनियमित स्त्रोतों से कम ब्याज दर पर उपलब्ध होते हैं।

आइये आगे पढ़ते हैं पैसे उधार लेते समय आपको सावधानी क्यों बरतनी चाहिए

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