क्या मुझे उन लोगों से उधार लेना चाहिए जिन्हें मैं जानती हूँ, मेरे रिश्तेदार? या बैंक जैसी संस्था से?
उधार के स्त्रोत विनियमित और अविनियमित प्रकार के होते हैं
विनियमित यानी रेगुलेटेड स्त्रोत | विनियमित यानी रेगुलेटेड स्त्रोत |
कमर्शियल बैंक | साहूकार |
सहकारी बैंक | जमींदार वित्त्यिया बिचौलिये |
पेमेंट बैंक | छोटे देसी बैंक्स |
पाथपेड़ी या माइक्रो फाइनेंस संस्थाएं | परिवार/ मित्र/ रिश्तेदार इत्यादि |
एनबीएफसी गैर बैंकिंग | – |
फाइनेंसियल संस्थाएं | – |